Happy mother's day

         कभी मत दिखाना मेरे मालिक,
                       की मुझे
         अपने-आप पर गुरूर हो जाये,
                     रखना मुझे
                      इस तरह
                         की
                      मेरी  माँ
         दुआ देने पर मजबूर हो जाये।।।

नमस्कार दोस्तो  आज मैं अपनी माँ के साथ - साथ आप  सबकी माँ को भी नमन करता हूँ।

माँ ने हम सभी को  इस काबिल बनाया है कि आज हमलोग अपनी जीवन के  हर समस्याओं से लड़ने को हमेसा तैयार रहते  है।

आप और हम सभी लोग इस बात से अपरिचित नही है। सब लोग समझदार हैं इसलिए विस्तृत रूप में बताने की जरूरत नही समझता हूँ।

कहने का तात्पर्य यह है कि एक गाना भी आपलोगो ने सुनी होगी         ( माँ का दिल ) इस गाने को मैं भी सुना 

                    माँ तो माँ होती है

               पुत्र भले कुपुत्र हो जाता हैं।

                            पर

            माता  कुमाता कभी नही होती।।

जिन लोगो ने ये गाना सुना सबलोग उस बेरहम लड़के को गलत बताया।

                     मेरी माँ का दिल

मैं रोज की तरह आज भी अपनी माँ से बात किया वो तो त्याग व  बलिदान की देवी  हैं। दुनिया मे धरती से भी ऊंचा माँ का स्थान है हमारे पास कहा शब्द है कि मैं उसकी बखान करू।

बस कुछ अपनी माँ के बातो को आपसे शेयर कर रहा हूँ।आज मैं अपनी माँ को बहुत मजबूर किया कि कुछ तो बोल की जो तेरा बेटा तेरे लिये कर सके जो तेरे मन से हो अपने मन से तो सब करते हैं मैं भी जितना हो सकता है हर सम्भव प्रयास करता हूँ।

लेकिन बहुत कोशिश के बाद मेरी माँ ने मांगा भी तो मेरे लिए ही मांगा  उसने अपने लिए कुछ भी नही मांगा औलाद के खुशियों में ही माँ खुश रहती हैं।

मैं अपनी माँ को अपने से अलग नही रहने देता लेकिन वह तो ऐसी ट्रेनर है कि बचपन मे मुझे अपने पैरों पर खड़ा होने के लिए छोड़ देती थी। जब खड़ा हुआ तो खाना पीना देकर स्कूल में छोड़ देती थी।जब पढ़ लिख के कमाने लायक हुआ तो मेरा ब्याह करके मुझ पर हक जताने वाले  भी अलग से खड़ा कर दिया।

और तो और जब मेरे बच्चे हुए तो उनके भबिष्य बनाने के लिए हमेसा यही कहती है कि जब तक मेरे हाथ पैर सही है तब तक तू अपने बच्चों को शहर में अपने पास रख उनको अच्छे स्कूलों में पढ़ा।

मैं गाँव मे ही रहूंगी । यहां तेरे पिता जी है उनको भी देखना है फिर यहाँ तुमलोगो का जन्म स्थल है रहना जरूरी है।समय निकाल कर कभी-कभी  मेरे पास आती है और कुछ दिन ही रह कर अपना आशीर्वाद देती है।

लेकिन मैं अपनी माँ को कुछ सुविधाओ के द्वारा ही आराम देने का प्रयत्न किया।

मेरा तो मजबूरी है मैं शहर मे नोकरी करता हूँ जो 900 किलोमीटर दूर है।मैं रोज सेवा नही कर रहा हूँ लेकिन कुछ काम ऐसा करता हूँ जो मेरी माँ को अनुभव होता है।बेटा भले पंखा नही हांकता लेकिन पंखा लगवा दिया तो बिजली से चल रहा है।

जैसे :-

हम सबलोग यहाँ शहर में पंखे के हवा में सोते थे, तो मेरी अपनी माँ का ख्याल आया कि, वह गर्मी में सोती है तो मैं अपनी माँ के लिए पंखा लगवाया।

हमलोग पानी नल से लेते हैं तो मेरा ख्याल आया की मेरी माँ चप्पा कल हाथ से चला-चला के थक जाती होगी तो मैंने फैसला किया कि गांव में ही मैं घर बनाकर उसके अंदर किचेन बनवाऊंगा जिसमे पानी का नल लगा हो बाथरूम में भी नल लगा हो ताकि मेरे माँ को चप्पा कल चलाने से मुक्ति मिले, और मैं इस मकसद में कामयाब हुआ।

हमलोग गैस के चूल्हा पर खाना बनाते हैं मुझे ख्याल आया कि मेरी माँ भी पिताजी के लिए खाना बनाती है लेकिन लकड़ी की धुंआ उसकी आँखों बहुत तकलीफ देती है,फिर मैं गाँव मे भी अपने माँ के नाम से गैस कनेक्शन लिया और आज माँ को बहुत आराम मिलता है लकड़ी के चूल्हा से मुक्ति मिला।

एक मोबाइल फोन दिया ताकि रोज बात हो सके।

इस तरह छोटे छोटे काम कर के अपनी  माँ को आराम देने का प्रयत्न करता रहता हूँ।

अपनी माँ का हमेसा अपनी पत्नी और बच्चों में उसकी  value create करता रहता हूँ।

क्योकी जब हम ही value नही देंगे तो बच्चों की क्या गलती है।

उदहारण के लिए :-अगर आप किसी दोस्त को घर  पर लाते है और उसके बिषय में अपने  बच्चों को कुछ नही बताये है तो वह उस दोस्त को हल्के में ही लेंगे यह सच्चाई है।

मगर आप उस दोस्त को घर लाने से पहले उसके बिषय में दो चार बाते अपने फैमिली में बता दे कि जो दोस्त अभी आएंगे वो बहुत पैसो वाले आदमी है।

उनकी फैक्टरी चलती है

उनकी एक एक बात हीरे जैसी होती है

वे जिसको मानते है वह बहुत सुखी हो जाता है

इत्यादि.....

तब देखिए कि आपके दोस्त के घर आने पर कैसे उनका स्वागत होगा आपको कहने की जरूरत ही नही पड़ेगी।

इसी प्रकार हमलोगों के जीवन मे चाहे वह हमारी पत्नी हो या बच्चे या हो कोई अपनी माँ का value आप और हम सबको     create करना चाहिये।

मुझे उम्मीद है कि ये मेरा पोस्ट आपको अच्छा लगा होगा 

मैं आशा करता हूँ कि आप अगर अपनी माँ से दूर भी रहते होंगे तो ये पढ़ने के बाद अपनी माँ के लिए कुछ सुबिधाये जरूर करेंगे।जिसके वजह से आपकी भी माँ आपको दुआ देने  पर  मजबूर हो जाये।

मेरी माँ मेरे को रोज दुआ देती है।आप भी अपने माँ के लिए कुछ ना कुछ जरूर करे ।

एक फोन तो कर ही सकते हैं।दो शब्द रोज बाते करे

आज मातृ दिवस पर इस पोस्ट को शेयर जरूर करना ताकि जो लोग अपने ही सुख सुविधा में मग्न हो चुके हैं जरा सा भी अपनी माँ का ख्याल नही है।शायद ये पढ़ने के बाद उनका भी जमीर जाग उठे तभी ये मेरा  पोस्ट सफल होगा।


कम से कम आज के दिन अपनी माँ के साथ अपना Whatsapp profile पर फोटो जरूर लगायें।

सबका फोटो माँ के साथ होना चाहिए।

आप सभी को

 happy happy happy mother's day.....

धन्यबाद नमस्कार

आपका सुभचिंतक मित्र

अखिलेश कुमार





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