कमी तो निकालेगा,चाहे आप कुछ भी कर लो।
इस बात को समझाने के लिए आपको एक कहानी बताता हूँ। किसी गांव मे एक पंडित जी रहते थे। उनका स्वभाव ही ऐसा था की ओ कही पर भी अगर भोजन करने जाते तो कुछ न कुछ कमी निकाल ही देते थे। उनका हर -दम का यही पेसा हो गया था। कोई कितना भी अच्छा खाना खिलाये कमी तो निकाल ही देना है। इस बात को लेकर गांव के सबलोग तो परेसान् हो ही गए थे। आब माता पार्वती भी परेसान हो के- भगवान भोले से बोली की हे नाथ मुझे एक बात बताये की ये जो पृथ्वी लोक पर पंडित जी है । ये कोई कितना भी अच्छा खाना खिलाता ह, ये कुछ न कुछ कमी निकाल देता है। अगर मै अपने हाथो से खुद खाना बनाकर इनको खिलाऊ तब तो नही कुछ कमी निकालेगा? भगवान भोलेनाथ हँसने लगे और बोले की देवी आप ब्यर्थ ही परेसान हो रही है। कुछ नही होगा ये तो कमी निकालेगा ही निकालेगा। पार्वती जी बोली:-नही पर्भु ऐसा नही होगा आप मेरे साथ पृथ्वी लोक चले आखिर मै अनपूर्णा का रूप हूँ। और पार्वती जी भोलेनाथ को लेकर पृथ्वी लोक पर आ गई ।गांव से कुछ दूर पर एक घर बनाये । और घर की पूजा में उस गांव के सभी पंडित जनो को निमंत्रण भेजे। खास कर उस पंडित जी को माँ अनपूर्णा (पार्वती) ज