श्री राम के नाम स्मरण क्यो

इसी बात को समझने के लिए मै आपको एक कहानी बता रहा हूँ।
एक साधु महात्मा अपने कुछ चेलो के साथ एक कुटिया में रहते थे ।
और वो देश दुनिया के भ्रमण के साथ-साथ पूजा-पाठ
से ही उनका दिन औऱ रात की सुरुआत होती थी।
एक दिन उनका  ही एक चेला  महात्मा जी से सवाल कर दिया ?
साधु महात्मा जी से  पूछा गुरुदेव आप जो रोज-रोज
श्री राम का जप करते है इससे क्या फायदा होता है?
महात्मा ने उसे समझाने के लिए एक बगीचे में भेजा और बोला कि वहा पेड़ों पर कुछ पक्षी है जाकर उन पक्षियों से पूछो जवाब मिल जायेगा ।
चेले ने बगीचे में जाकर उन पक्षियों से जैसे ही बोला कि हे पक्षियों आप मुझे बताये की श्री राम के नाम जपने से क्या फायदा होता है।
तब तक एक कौए का अंडा जमीन पर गिरा और टूट गया।
सब कौओ ने  उसके ऊपर    हमला कर दिया और चेले ने अपनी बड़ी मुश्किल से जान बचाकर गुरु जी के पास आया और बोला कोई जबाब नही मिला।
गुरु जी ने बोला कि निराश मत हो बगल के गांव म जाओ  वहा एक गाय ने बछड़े  को जन्म दिया है उससे पुछना ओ बता देगा।
चेले ने बछड़े से जाकर पूछा कि बताओ श्री राम के नाम जपने से क्या फायदा होता है और ओ बछड़े की भी मृत्यु हो गई।।
चेले ने फिर वहा से अपनी जान बचाकर गुरू जी के पास गया और  सब घटना बताया ।गुरु जी ने बोला कि  बिना मेहनत का कुछ हासिल नही होता है।
अब तुम्हारे सवालो का जबाब मिलने का समय आ गया है।
तुम  पड़ोसी राज में जाओ वहा पर राजा को एक लड़का हुआ है उस लड़के से पूछना  वही आपको बताएगा।
उधर राजा को बहुत पूजा-पाठ करने के बाद लड़के का जन्म हुआ था लेकिन उसका आंख ,कान ,नाक,मुह कुछ भी नही था ।
तो राजा ने राज्य के सभी पंडित,साधु,संतो को बोला था कि ऐसा पुत्र मुझे क्यो हुआ है जो इसका राज बताएगा उसे मैं अपनी आधी जायदाद दान में दे दूंगा।
इधर चेले को तो डर इस बात का था कि मै अपने प्रश्न का उत्तर कहि लड़के से पूछा और ओ मर गया तो राजा तो मुझे जिंदा मार देगा।
चेले ने भेष बदल अपना दिमाग लगाया और जा कर राजा से बोला कि मैं इस राज को बताऊंगा ।
लेकिन कुछ शर्त है।
राजा बोला आपकी सब शर्त मुझे  मंजूर है आप कृपया कर बोले।
चेले ने बोला कि इस लड़के को छोड़कर यहाँ से सभी आदमियो को तीन किलोमीटर दूर हटना होगा और लड़के की माँ को दूसरे कमरे में बंद कर दिया जाय।
राजा बोले मंजूर है और आदेश दे दिया सभी लोग वाहा से चले गए।
चेले ने मन ही मन सोचा कि अगर ये लड़का मर भी जाएगा तो किसी को पता नही चलेगा मैं यहा से निकल लूंगा।
अब चेले ने जाकर लड़के पूछा कि बताओ बालक श्री राम के नाम जपने से क्या फायदा होता है।
कुछ जवाब नही आया
दुबारा फिर से पूछे कि बताओ ना श्री राम के नाम जपने से क्या फायदा होता है
कुछ जबाब नही आया
तीसरी बार पूछे कि बताओ बालक श्री राम के नाम से क्या फायदा होता है।
तब बालक ने बोला कि ये मूर्ख तुझे अभी तक पता नही हुआ कि श्री राम नाम की सक्ति में क्या है तो सुन मै बताता हूं।
अरे जब मैं कौए का अंडा था मुझे श्री राम नाम की ध्वनि सुनाई पड़ी तो मैं गिर कर खत्म हो गया
और गाय का बछड़ा जन्म लिया ।
वहा जब श्री राम नाम सुना तो वहाँ से भी मुक्ति मिल गया औऱ राजा के घर जन्म लिया।
और यहाँ जन्म तो हुआ लेकिन मेरे के मुख अंग नही थे जो तूने श्री राम का नाम सुना सुना कर ओ प्रदान  किया है।
अब चेले को अपने प्रश्नों का उत्तर मिल गया साथ-साथ आधा राज्य का मालिक भी हो गया ।
इस तरह से चेला चीनी हो गया।
औऱ गुरु गुर ही रह गए।
धन्यबाद दोस्तो मेरी कहानी  से आपको यही शिक्षा मिलेगा की आप श्री राम का नाम अवस्य जाप करते रहे कहि ना कहि कल्याण होगा।
                                            आपका सुभचिंतक
                                              अखिलेश कुमार
                                              गोपालगंज बिहार

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